राजस्थान की पत्रकारिता के लिए गर्व के क्षण: मानव तस्करी का किया पर्दाफाश, पत्रकार आनंद चौधरी रामनाथ गोयनका अवार्ड से सम्मानित

पत्रकारिता के विभिन्न आयामों पर अद्वितीय कार्य करने वाले पत्रकार सम्मानित न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने दिया अवार्ड, कला और सांस्कृतिक क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले लेखक भी सम्मानित

राजस्थान की पत्रकारिता के लिए गर्व के क्षण: मानव तस्करी का किया पर्दाफाश, पत्रकार आनंद चौधरी रामनाथ गोयनका अवार्ड से सम्मानित
राजस्थान की पत्रकारिता के लिए गर्व के क्षण: मानव तस्करी का किया पर्दाफाश, पत्रकार आनंद चौधरी रामनाथ गोयनका अवार्ड से सम्मानित

नई दिल्ली: साल 2019 और 2020 के रामनाथ गोयनका पत्रकारिता पुरस्कार के विजेताओं को  दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया,इस दौरान समारोह के मुख्य अतिथि न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने विजेताओं को सम्मानित किया।
इस बार रामनामथ गोयनका पुरस्कार के लिए कई और विषयों को भी शामिल किया गया। गोयनका अवॉर्ड जीतने वाली कहानियों में साइबर सिक्योरिटी, जलवायु परिवर्तन, हाथरस गैंगरेप मामले के बाद की रिपोर्ट शामिल हैं। दैनिक भास्कर राजस्थान के पत्रकार आनंद चौधरी को उनकी रिपोर्ट के लिए हिंदी (प्रिंट)  में साल 2019 का रामनाथ गोयनका अवार्ड दिया गया।

मानव तस्करी का पर्दाफाश किया था चौधरी ने

आनंद चौधरी को जिस रिपोर्ट के लिए अवार्ड दिया गया, उस रिपोर्ट में उन्होंने मानव तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश किया था। चौधरी ने अपनी रिपोर्ट में राजस्थान के तीन आदिवासी जिलों उदयपुर, बांसवाड़ा और डूंगरपुर के गुजरात सीमा पर सटे 105 गांवों में फैले इस नेटवर्क को कवर किया था। रिपोर्ट में बताया गया कि 8 से 15 साल के बच्चों को दलालों को बेच दिया गया। रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद सरकार ने जांच के आदेश दिए जिसके बाद पुलिस ने 1000 बच्चों को इस नेटवर्क से बचाया।

महापात्र ने दिखाया 'काले पानी की नहर का सफेद सच'

वहीं सुशील महापात्र को हरियाणा की जहरीली नहर पर की गई सीरीज़ के लिए चयनित किया गया है। यह दूसरी बार है जब उन्हें रामनाथ गोयनका अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है। सुशील कुमार महापात्र की 'काले पानी की नहर का सफेद सच' सीरीज में दिखाया गया था कि हरियाणा के पलवल, बल्लभगढ़ और फरीदाबाद इलाकों में कैसे नहर के जहरीले पानी की वजह से लोगों को अलग-अलग बीमारियां हो रही हैं। लोग कैंसर जैसी बीमारी से भी संक्रमित हो रहे हैं. इस स्टोरी के बाद कुछ इलाकों में प्रशासन द्वारा कार्रवाई भी की गई थी। एनजीटी ने कुछ फैक्ट्रियों के खिलाफ भी कार्रवाई की थी।


रामनाथ गोयनका पुरस्कार पाने वाले विजेता की सूची- 

हिंदी, 2019

प्रिंट- आनंद चौधरी, दैनिक भास्कर

ब्रॉडकास्ट- सुशील महापात्रा

हिंदी, 2020

प्रिंट-ज्योति यादव और बिस्मि तास्किन

ब्रॉडकास्ट- आशुतोष मिश्रा, आज तक 

क्षेत्रीय भाषा, 2019

प्रिंट- अनिकेत बसंत साठे, लोकसत्ता 

ब्रॉडकास्ट- सुनील बेबी, मीडिया वनटीवी 

क्षेत्रीय भाषा , 2020

प्रिंट- श्री लक्मी एम और रोज मारिया विंसेंट, मातृभूमि डॉट कॉम  

ब्रॉडकास्ट- श्रीकांत बंगाली, बीबीसी न्यूज़, मराठी

अनकवरिंग इंडिया इनविजिबल, 2019 

प्रिंट- शिव सहाय सिंह, द हिंदू

ब्रॉडकास्ट- त्रिदिप के मंडल, द क्विंट

विजेता को ट्रॉफी और एक लाख रुपए का नगद पुरस्कार

बता दें कि इंडियन एक्सप्रेस समूह के संस्थापक रामनाथ गोयनका के नाम पर यह पुरस्कार हर साल दिए जाते हैं। हालांकि, कोरोना महामारी के चलते पिछले कुछ वक्त से ऐसा नहीं हो पाया था। पत्रकारों के हौसले, हिम्मत और काम के प्रति निष्ठा को देखते हुए ये पुरस्कार दिया जाता है। प्रत्येक विजेता को एक ट्रॉफी और एक लाख रुपए का नगद पुरस्कार दिया जाता है। यह पुरस्कार प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल और खोजी पत्रकारिता के अलावा स्थानीय भाषा के लिए भी दिया जाता है।