बिजली बिलों में फ्यूल चार्ज के नाम पर अवैध वसूली को बंद करे राज्य सरकार : कसाना

वरिष्ठ भाजपा नेता शंकर लाल कसाना ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र फ्यूल चार्ज वापस लिये जाने की माँग कहा :- एक हाथ से महँगाई राहत का नाटक, दुसरे हाथ से आम जनता को लूट रही गहलोत सरकार

बिजली बिलों में फ्यूल चार्ज के नाम पर अवैध वसूली को बंद करे राज्य सरकार : कसाना
बिजली बिलों में फ्यूल चार्ज के नाम पर अवैध वसूली को बंद करे राज्य सरकार :-कसाना


कोटपूतली: विधुत विभाग द्वारा बीते कुछ माह से आमजन के बिजली बिलों में वसूले जा रहे फ्यूल सरचार्ज से जहाँ पहले ही जनता में राज्य सरकार के प्रति नाराजगी का माहौल था। वहीं दुसरी ओर विगत अप्रैल माह के बिजली बिलों में फ्यूल चार्ज को १८ से बढ़ाकर ५९ पैसे प्रति यूनिट किये जाने से भयंकर आक्रोश व्याप्त है। हाल ही के बिजली बिलों में २५० से लेकर ३००० रूपये तक की राशि बतौर फ्यूल सरचार्ज लोगों के बिलों में जुड़कर आई है। जिसके आगे बिजली बिलों में दी जा रही राहत बौनी प्रतित हो रही है। इसी सम्बंध में वरिष्ठ भाजपा नेता शंकर लाल कसाना ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर तत्काल बढ़े हुए फ्यूल सरचार्ज को वापस लिये जाने की माँग की है। पत्र में कसाना ने लिखा है कि राज्य सरकार इसके नाम पर प्रदेश की आम जनता से अवैध वसूली कर रही है। राज्य सरकार ने महँगे दामों पर कोयला खरीदा, जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। राज्य सरकार ने ८.५ हजार मेगावॉट क्षमता के थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट को रखरखाव के नाम पर बंद रखकर महँगी बिजली खरीदी। इसका परिणाम अब जनता भुगत रही है। एक हाथ से गहलोत सरकार महँगाई से राहत के नाम पर १०० यूनिट बिजली फ्री देने का नाटक कर रही है। वहीं दुसरे हाथ से आम जनता को फ्यूल सरचार्ज के नाम पर लूटा जा रहा है। अत: सरकार तत्काल जनता से हो रही इस लूट को बंद करें।