केंद्र की वादा खिलाफी पर मुहर, ईआरसीपी को नहीं मिलेगा राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा

केंद्र की वादा खिलाफी पर मुहर, ईआरसीपी को नहीं मिलेगा राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा
केंद्र की वादा खिलाफी पर मुहर, ईआरसीपी को नहीं मिलेगा राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा

जलशक्ति मंत्रालय ने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के प्रश्न का दिया जवाब

अब सियासी पारा चढ़ना तय, 13 जिलों के किसानों में जबरदस्त आक्रोश

नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब में केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय ने दिया जवाब, बेनीवाल बोले- पहले जल शक्ति मंत्री ने इस विषय पर कहा था कि राजस्थान सरकार ने ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाने के लिए निर्धारित प्रारूप में केंद्र को नही भेजा है प्रस्ताव, जबकि अब कह रहे हैं की यह परियोजना निर्धारित मानदंडों को नहीं कर रही है पूरा....

कालवाड़ टाइम्स

जयपुर राजस्थान की सियासत का सबसे बड़ा मुद्दा बन चुके ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने से केंद्र सरकार पूरी तरह मुकर गई है। गुरुवार को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग से जुड़े नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के सवाल पर जवाब देते हुए जल शक्ति मंत्रालय ने इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने से साफ इनकार कर दिया है। सांसद बेनीवाल के सवाल के जवाब में केंद्र ने बताया की पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट नवंबर 2017

में मूल्यांकन के लिए सीडब्लूसी को प्रस्तुत की गई थी, तथापि ईआरसीपी की मूल्यांकन प्ररि या नहीं बढ़ पाई है आगे, क्योंकि अंतर्राज्यीय नदी बेसिन में 75 प्रतिशत विश्वसनीय उपज के लिए योजना बनाने वाले प्रचलित मानदंडों की तुलना में परियोजना की योजना बनाई गई है 50 प्रतिशत विश्वसनीय उपज पर, इसलिए यह परियोजना जल शक्ति मंत्रालय की राष्ट्रीय परियोजना स्कीम के अंतर्गत शामिल किए जाने के लिए पात्र नहीं है।


पार्वती - कालीसिंध - चंबल लिंक योजना पर विचार करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने अपने जवाब में यह भी कहा की नदियों को आपस में जोड़ने के लिए विशेष समिति ने दिसंबर 2022 में हुई 20 वी बैठक में नदियों को जोड़ने की राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना के एक भाग के रूप में संशोधित पार्वती- कालीसिंध चंबल लिंक योजना पर विचार करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके अतिरिक्त 75 प्रतिशत निर्भरता पर जल उपलब्धता के अनुरूप संशोधित पीकेसी लिंक के चरण-1 की देश में प्राथमिकता वाली अंतर लिकिंग परियोजनाओं में से एक के रूप में घोषणा की गई है।

जब वादा ईआरसीपी का है तो | इंटर लिंकिंग क्यों ?
वहीं पूर्वी राजस्थान नहरी परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाने की मांग को लेकर वो लोक सभा में कई बार मुद्दा उठा चुके सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि 24 मार्च 2022 को लोक सभा में जल शक्ति मंत्री ने इस विषय को लेकर यह कहा था कि राजस्थान सरकार ने ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाने के लिए निर्धारित प्रारूप में केंद्र को प्रस्ताव नही भेजा है। जबकि अब कह रहे हैं की यह परियोजना निर्धारित मानदंडों को पूरा नहीं कर रही है। सांसद बेनीवाल ने कहा की आज राजस्थान के 13 जिलों से जुड़ी अत्यंत महत्पूर्ण पूर्वी राजस्थान नहरी परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की बात कहकर केंद्र का मुकर जाना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा की भाजपा को इस मामले में राजनीति नही करनी चाहिए और केन्द्र सरकार का यह जवाब इंगित कर रहा है की भारत सरकार ईआरसीपी के मामले में केवल बयानों तक सीमित है।