सम्मान से आता है प्रतिभाओं में निखार: यादव

श्री कृष्णा स्कूल में उपखंड के टॉपर का किया सम्मान

सम्मान से आता है प्रतिभाओं में निखार: यादव
सम्मान से आता है प्रतिभाओं में निखार: यादव

मनोहरपुर। (कृष्ण कुमार वर्मा)। कक्षा 10 के परीक्षा परिणाम में संपूर्ण शाहपुरा उपखंड में अव्वल रहे श्री कृष्ण विद्या मंदिर सीनियर  सैकंडरी स्कूल मनोहरपुर के मेधावी विद्यार्थियों के प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर निदेशक डॉ. राजेंद्र यादव ने कहा कि अगर लक्ष्य शिखर को पाने का हो तो अंबर को छूना नामुमकिन नहीं। निदेशक डॉ. राजेंद्र यादव ने बताया कि वत्सल बेनीवाल 96.83%, अस्मित सैन 95.83%, शिवराज सिंह शेखावत 95.83% ,आशीष यादव 94.50%, काजल यादव 94.50%, सौम्या पारीक 94.33%, पायल यादव 94.17%, वीरेंद्र कैरवाल 94.17%, पायल यादव 93.50%, चारु मिश्रा 93%, किरण यादव 93%, निक्षिता यादव 92.83%, तुषार गुप्ता 92.17%, प्रिया कुमावत 92%, विकल्प असवाल 91.67%, नितेश यादव 91.50%, इशिता मीणा 90.50%, अंकित यादव 90.50, कृष्णा गुर्जर 90.17% सहित अनेक विद्यार्थियों को उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने पर विद्यार्थियों को माता-पिता सहित विद्यालय परिवार द्वारा मिठाई खिलाकर, माल्यार्पण कर, साफा पहनाकर व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
सचिव रामकिशन यादव ने अनुशासित विद्यार्थियों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि  लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कठिन परिश्रम, उच्च आत्मानुशासन एवं अच्छे शैक्षिक वातावरण की आवश्यकता होती है जिसके बल पर प्रतिभाएं निखर के सामने आती हैं। प्रिंसिपल एम.एल.सर एवं प्रबंधक शेरसिंह यादव ने बताया कि विद्यालय ने 18 वर्षों से संस्कार से सफलता तक के ध्येय वाक्य को चरितार्थ करते हुए निरंतर उत्कृष्ट परिणाम देने की परंपरा जारी रखी है। विद्यालय में पढ़ाई के साथ-2 विद्यार्थी के संस्कारित व अनुशासित रहने पर भी बल दिया जाता है। इसी आधार पर हम गर्वपूर्वक कह सकते हैं कि स्थानीय संस्था के सुसंस्कारित,आत्मनुशासित विद्यार्थी भविष्य में अनुशासित पदों को सुशोभित करते हुए समाज को उचित दिशा प्रदान करेंगे। कॉलेज प्रबंधक कमलेश कुमार ने बताया की यह छात्र जीवन है जिसके दौरान चरित्र का निर्माण होता है। अनुशासन से मजबूत चरित्र का निर्माण किया जा सकता है। अनुशासन विद्यार्थी का आभूषण है। प्रत्येक छात्र को अपने जीवन में अनुशासन बनाए रखना चाहिए क्योंकि इसके बिना कोई भी अपना भविष्य संवार नहीं सकता है। जीवन के हर दौर में अनुशासन बनाए रखना चाहिए। स्व-अनुशासन सफलता की कुंजी है। उत्तम शिक्षा अनुशासन के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है यह उज्ज्वल भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है क्योंकि इसमें हर सफलता निहित है। अनुशासन मनुष्य को समाज में महान और सम्मानित बनाता है। अनुशासन छात्रों के हृदय में स्वशासन की भावना का विकास करता है ताकि वे देश की सेवा कर सकें। इसलिए हमें अनुशासन की भावना से काम करना, पढ़ना, रहना और बातचीत करनी चाहिए। अनुशासन हमेशा आत्मविश्वास लाता है।


इस अवसर पर विद्यालय संरक्षक रामकरण बाड़ीगर,विनोद यादव, रोहिताश बराला,राजेंद्र कुलदीप , सीताराम बुनकर,शिवदान चौधरी,प्रकाश शेखावत,शौकत खान,राकेश चौधरी,संजय कुमावत,कपिल कुमावत,गोपाल अग्रवाल,सर्वेश शुक्ला, सुरेश यादव,राकेश यादव,विकास यादव ,दीक्षा गुप्ता,बाबूलाल यादव,मुनाफ खान,अशोक प्रजापत,सोहनलाल,रवि शर्मा, राहुल कुमावत,राकेश कड़वास , सुमेर यादव,विनोद गुप्ता, दानाराम बुनकर ,नारसिंह टाटला,महेश कैरवाल,मुकेश पारीक,अनिल मिश्रा, बंशीधर बेनीवाल,सुरेश सैन,गणेश टाटला, रामलाल ,नंदलाल,सत्यनारायण गुप्ता,डॉ. रूपनारायण असवाल , रमेश गुर्जर,रामरतन मीणा, सरोज देवी ,यतीश चौधरी, असरफ खान,बाबूलाल गुर्जर, धर्मसिंह बुनकर,कैलाश बेनीवाल, विकास कुमावत,अंजू अग्रवाल, अंजुलता शर्मा, दीपिका शर्मा, डिंपल,ममता शर्मा,राजकुमारी शर्मा ,लालचंद यादव,हरफूल मीणा ,भागचंद यादव, शिवपाल जाट,मंगलचंद ,राजू मीणा ,   लाला राम मीणा,लालचंद शर्मा , पार्वती नायक,श्यामसुंदर जाट सहित अनेक अध्यापक व अभिभावक मौजूद रहे ।